शादी के वक़्त अंगूठी पहनने की परंपरा का इतिहास |

माना जाता है कि ब्रिटेन के शादी की अंगूठी की परंपरा प्राचीन रोमन से आई है। मिस्र में लोगों का मानना ​​था कि " वेना एमोरिस" या 'प्रेम की नस' बाएं हाथ की चौथी उंगली में शुरू हुआ और दिल के लिए सभी तरह का नेतृत्व करता है | इसलिए उन्होंने महसूस किया कि यह शादी की अंगूठी प्यार और प्रतिबद्धता का प्रतीक हो सकता है और अंगूठी पहनने के लिए आदर्श स्थान है | हालांकि मिस्रियों ने केवल शादी के रिंग्स की शुरुआत की थी  , सगाई के रिंग्स नहीं।बाएं हाथ पर अपनी सगाई की अंगूठी पहनना एक वैश्विक परंपरा नहीं है। रूस, जर्मनी, नॉर्वे और भारत में, सगाई की अंगूठी दाहिने हाथ पर पहनी जाती है। यहाँ बाएं हाथ की ऊँगली को अशुभ माना जाता है क्योकि लैटिन में लेफ्ट का अर्थ है 'साइनिस्टर' (wrong)। इसलिए, बाएं हाथ को कुछ लोगों द्वारा अशुभ माना जाता था।

Posted On:Tuesday, April 20, 2021


ग्वालियर और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. gwaliorvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.